मेरी कान खोल के सुन ले श्री श्याम जी खाटूवाले,
मैं आया तेरे द्वारे मेरी नजर से नजर मिला ले
आया हु मैं खाटू तेरे सुनता नही क्यों अर्जी मेरी
शरण में तेरी आन पड़ा हु ये तो बता क्या मर्जी तेरी
मेरी टूटी पड़ी झोपडी थोडा सा ध्यान लगा ले
मैं आया तेरे द्वारे मेरी नजर से नजर मिला ले
कोई करे शिंगार तेरा कोई ले आया सवा मनी
पैदल आया दर पे तेरे ध्वजा उठा के श्याम धनि
तुझे दया न आई भगत पे मेरे पड़े पैर में छाले,
मैं आया तेरे द्वारे मेरी नजर से नजर मिला ले
खोटी सुन बात हरी श्याम धनि खुद बोल पड़े
तेरे खेत के बीच में मिले माया के दो भरे गड़े,
यु बोला सेठ संवारा जा प्यारे मौज उड़ा ले
मैं आया तेरे द्वारे मेरी नजर से नजर मिला ले
जिस ने लिया सहारा तेरा माया मिले बालुरेत में
कोठी बनी अलीशान जी बरसा है सोना मेरे खेत में
बनडेल श्याम नर चलना खाटू की टिकट कटा ले
मैं आया तेरे द्वारे मेरी नजर से नजर मिला ले