तेरे दर पे माँ जिंदगी मिल गई है,
मुझे दुनिया भर की ख़ुशी मिल गई है,
तेरे दर पे माँ जिंदगी मिल गई है,
मुझे दुनिया भर की ख़ुशी मिल गई है……….
जमाने से जो ना मिला तुमसे पाया,
भटकता हुआ जब मै तेरे दर पे आया,
जो दिल में थी हसरत वही मिल गई है,
तेरे दर पे माँ जिंदगी मिल गई है……….
दुखो का शिकंजा कसा जा रहा था,
अंधेरो में जीवन फसा जा रहा था,
यही राह फिर से सही मिल गई है,
तेरे दर पर माँ जिंदगी मिल गई है……….
ये चर्चे है तीनो जहाँ में तुम्हारे,
अगर कोई तेरे दर पे झोली पसारे,
कहो चीज क्या जो नहीं मिल गई है,
तेरे दर पर माँ जिंदगी मिल गई है………
तेरे दर पे माँ जिंदगी मिल गई है,
मुझे दुनिया भर की ख़ुशी मिल गई है,
तेरे दर पे माँ जिंदगी मिल गई है…