बन गयी बन गयी बन गयी,
बिहारी जी मैं बन गयी तुम्हारी ।
मैं तो तेरे मुख की मुरलिया ।
तुम हो तान हमारी ॥
मैं तो तेरे माथे की बिंदिया ।
तुम हो चमक हमारी ॥
मैं तो तेरे आँखों की पुतली ।
तुम काजल की कारी ॥
मैं तो तेरे पाँव की पायल ।
तुम झंकार हमारी ॥
मैं तो तेरे दिल की धड़कन ।
तुम हो जान हमारी ॥