नमन तुझे महा शक्ति माँ काली,
आये हैं दर पर तेरे लौटा ना देना,
झोली है खाली भर दे शेरावाली,
करके किरपा माँ,
नमन तुझे महा शक्ति माँ काली,
नमन तुझे....
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:
मैया है मेरी काली जग की करे रखवाली,
भगतो पर प्यार लुटाती,
मेरी माँ काली शक्तिशाली मेरी माँ,
नाम है तेरा काली काल को भगाने वाली,
भगतो के कष्ट मिटाती,
दर्श बिना तरसे नयन,
दर्श बिना तरसे नयन,
माँ आंसू है बहाती
आये हैं दर पे.......
नानू भगत की लाज रख दी माँ,
अकबर का मान घटाया,
मेरी माँ….. कांगडे वाली ज्वाला रानी,
ध्यानु की शीश तूने पल में मिला दी माँ
घोड़े को जिन्दा कर दिखाया,
भरे दरबार गूंजे जय जय कार,
भरे दरबार गूंजे जय जय कार,
माँ लाज है बचाती,
आये हैं दर पे.......
दुनिया कहे माँ पत्थर की मूरत,
माँ क्या पत्थर की है,
मेरी माँ शेरोवाली…….वैष्णो रानी,
मेरी माँ,
जिस पत्थर में माँ का बसेरा,
इंसान से बढकर है,
श्रधा से जिसने भी याद किया माँ को,
दौड़ी चली आती है,
आये हैं दर पे........
तूने बनाए सूरज चाँद सितारे,
गुलशन में फूल खिलाये,
मेरी माँ जगजननी …….आदि शक्ति,
मेरी माँ,
धरती गगन और सागर में माँ,
धारा तूने बहायी,
देव तनुज इंसान से तूने,
दुनिया सजा दी,
आये हैं दर पर तेरे लौटा ना देना हमे माँ,
झोली है खाली भर दे शेरावाली,
करके किरपा माँ,
नमन तुझे महा शक्ति माँ काली,
नमन तुझे....
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम: