मईया की दया है,
बड़ी मौज में है परिवार मेरा।।
भरा वैष्णो माँ ने हमे भंडार मेरा,
मईया की दया है,
बड़ी मौज में है परिवार मेरा।।
रखती हमेशा अपने लाल का ख्याल माँ,
बुलाती है दर पे अपने मुझे हर साल माँ,
जीत भी दिलाये मुझको, लेके एक हार मेरा,
मईया की दया है,
बड़ी मौज में है परिवार मेरा।।
संतान नेक दी है, आन भी है शान भी,
बड़ी गाड़ियां बक्शी है, ऊँचा मकान भी,
मईया का त्रिशूल हमेशा, है पहरेदार मेरा,
मईया की दया है,
बड़ी मौज में है परिवार मेरा,
भरा वैष्णो माँ ने हमे भंडार मेरा,
मईया की दया है,
बड़ी मौज में है परिवार मेरा।।