सपने में हो गया रे कमाल,
मईया जी मेरे घर आ गयी,
मईया जी मेरे घर आ गयी,
शेर पे होके सवार,
मईया जी मेरे घर आ गयी।।
आगे आगे बजरंग बाला,
पीछे पीछे भैरव चाल्या,
बीच में शेर पे सवार,
मईया जी मेरे घर आ गयी,
सपने में हो गया रे कमाल,
मईया जी मेरे घर आ गयी।।
भूल गयी मैं अपनी सुद्ध बुद्ध,
देख के माँ का रूप हो अध्बुद्ध,
एक तक रही थी निहार,
मईया जी मेरे घर आ गयी,
सपने में हो गया रे कमाल,
मईया जी मेरे घर आ गयी।।
भक्तों में था आनंद छा रिया,
रूप देख के माँ का प्यारा,
बोल रहे जय जयकार,
मईया जी मेरे घर आ गयी,
सपने में हो गया रे कमाल,
मईया जी मेरे घर आ गयी।।