भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है, आगे भी निभा देना॥
भोले के माथे पे चंदा का उजाला है,
चंदा के उजाले को इस जग में फैला देना,
भोले मेरी नैया को.....
भोले की जटाओं मे गंगा की धारा है,
गंगा की धारा से सारे जग को नहला देना,
भोले मेरी नैया को.....
भोले के गले में नागों की माला है,
इन सर्पों को बाबा नाग लोक पहुंचा देना,
भोले मेरी नैया को.....
भोले के हाथों में डम डमरू बजता है,
इस डमरू की धुन पर सारे जग को नचा देना,
भोले मेरी नैया को.....
संग गौरा जी सोवे गोदी में गणपत है,
देकर दर्शन बाबा भव पार लगा देना,
भोले मेरी नैया को.....