कन्हैया बनवा दे, बनवा दे, बनवा दे, मेरा काम,
दिखाए नखरे क्यों, नखरे क्यों, नखरे क्यों, सुबह शाम,
कहो अगर तो ऊपर से भी सोर्स लगा देंगे,
बरसाने वाली से हम फोन करा देंगे,
कन्हैया बनवा दे.....
ऐसे वैसे ना हम दीवाने हैं,
थोड़े ज्यादा हम भी दीवाने हैं,
हैं पहुंच अपनी तो ऊपर तक भी,
जान करके भी क्यों ना माने है,
मान ले वरना हम यह साबित करके दिखा देंगे,
बरसाने वाली से मिस कॉल करा देंगे,
कन्हैया बनवा दे.....
माना कि दुनिया यह तुम्हारी है,
तू ही हम सबका पालन हारी है,
फिर भी रहता जिसके बस में वो तो,
और कोई ना वह राधा प्यारी है,
राधे को हम अपने दिल का हाल सुना देंगे,
बरसाने वाली से मैसेज करवा देंगे,
कन्हैया बनवा दे.....
चाहे सेवक से चाहे मालिक से,
काम सब होता है गुजारिश से,
दिल यह कहता है रीत दुनिया की,
जल्दी हो जाता है सिफारिश से,
उस से काम कराने की यह रीत चला देंगे,
बरसाने वाली से ई-मेल करा देंगे,
कन्हैया बनवा दे.....