मुझे है काम ईश्वर से जगत रूठे तो रूठे दे,
कुटुंब परिवार सुत धारा माल धनलाज लोकन की,
प्रभु का नाम लेने से अगर छूटे तो छूट दे,
मुझे है काम ईश्वर से......
बैठ संगत में संतन की करूं कल्याण में अपना,
लोग दुनिया के भोगो में मौज लूटे तो लूटन दे,
मुझे है काम ईश्वर से.....
प्रभु के ध्यान करने से लगी दिल में लगन मेरे,
प्रीत संसार विषयों से अगर छूटे तो छूटन दे,
मुझे है काम ईश्वर से.....
धरी सिर पाप की मटकी मेरे गुरुदेव ने पटकी,
वह ब्रह्मानंद ने पटकी अगर फूटे तो फुटन दे,
मुझे है काम ईश्वर से जगत रूठे तो रूठे दे......