एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी है,
दुनिया वाले क्या जाने ये तो प्रीत पुरानी है....
एक मेरा दिल ही तो था जो श्याम जी ने लूट लिया,
दिल को चुराने की ये तो आदत पुरानी है,
एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी है....
कोठे उत्ते काग बोले लोकी केंदे उड़ा देयो,
मैं केंदी रेहन दे ओ चिट्ठी श्याम जी आनी है,
एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी है.....
अंखा विच छाई लाली लोकी केहनदे लाज भरा,
मै केंदि कोई गल नी ये तो श्याम की जुदाई है,
एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी है....
दिल मेरा होया जख्मी लोकी केंदे वेद बुला,
मै बोली की होया ये तो श्याम की निशानी है,
एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी है.....