हम गोरे श्याम काले मिले री मेरा कैसा नसीब...
जैसे री तैसे मैंने नहावे को भेजो,
फैक आयो साबुन लपेट आयो कीच,
मेरो ऐसो नसीब....
जैसे री तैसे मैंने खाने को भेजो,
फैक आयो थाली सपोट आयो खीर,
मेरा ऐसा नसीब....
जैसे री तैसे मैंने खेलन को भेजो,
तोड़ आया बल्ला और फेंक आओ गेद,
मेरा ऐसा नसीब....
जैसे री तैसे मैंने पीहर को भेजो,
तोड़ आए नातो भगाए लाओ मोए,
मेरा ऐसा नसीब....
जैसे री तैसे मैंने सोने को भेजो,
तोड़ आयो पाटी धकेल आयो मोए,
मेरा ऐसा नसीब....