शेरावाली पहाड़ा वाली मेहरावाली माता,
मन की ईशा पूरी करती जो भी द्वारे आता,
शेरावाली पहाड़ा वाली मेहरावाली माता....
इनकी भगति से जीवन की बादाए टल जाए,
सुख का सूरज निकले और दुःख का सूरज ढल जाए,
चौकठ पे है जो भी आता कभी निराश ना जाता,
शेरावाली पहाड़ा वाली मेहरावाली माता....
सूरत इनकी जितनी प्यारी महिमा उतनी न्यारी ,
इनकी रचना चाँद सितारे धरती दुनिया सारी,
राजा हो या रंक यहाँ पर हर कोई शीश झुकाता,
शेरावाली पहाड़ा वाली मेहरावाली माता....
अपने भगतो की पीड़ा इनसे न देखि जाए,
रक्शा करती है माँ जब जब संकट आये,
चरणों के जो दर्शन पा ले धन्य जीवन हो जाता,
शेरावाली पहाड़ा वाली मेहरावाली माता....