जय जय माँ ....जय जय माँ तेरी जय जय माँ....
फूल चढ़ाऊँ चुनरी उढ़ाऊँ करूँ तेरा श्रृंगार माँ मैं,
अब आई है नवरात माँ तेरी पूजा करूँ दिन रात,
जय जय माँ ....जय जय माँ तेरी जय जय माँ....
धन्य हुआ है उसका जीवन तेरी शरण में आये जो,
मुंह माँगा फल मिल जाता है चरणों में शीश नवाये जो,
अबके बरस मिल जाए दरस तो बन जाए कुछ बात माँ,
अब आई है नवरात माँ तेरी पूजा करूँ दिन रात,
जय जय माँ ....जय जय माँ तेरी जय जय माँ....
अष्ट भुजा तेरा रूप सलोना महिमा अपरम्पार माँ,
ढोल नगाड़े संग करें हम तेरी जय जयकार माँ,
नौ दिन तेरे नौ रूपों में करे सबका उद्धार माँ,
अब आई है नवरात माँ तेरी पूजा करूँ दिन रात,
जय जय माँ ....जय जय माँ तेरी जय जय माँ.....