अरे गूजरीन को प्यारो श्याम हमारे घर काहे को आवेगो,
काहे को आवेगो, काहे को आवेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में महल अटारी काहे को आवेगो,
गुजरी के घर में टूटी झोपड़ी वाही में आवेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में तातो पानी काहे को नहावेगो,
गुजरी के घर में ठंडा पानी मल मल नहावेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में पीला पितांबर काहे को पहनेगो,
गुजरी के घर में नीली फरिया वाहि पहनेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में माखन मिश्री काहे को खावेगो,
गुजरी के घर में छाछ राबड़ी हंस हंस खावेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में मखमल गद्दा काहे को सोवेगो,
गुजरी के घर में फटी गुदरी वाही में सोवेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......
मेरे घर में रुक्मण रानी काहे को बोलेगो,
गुर्जरी के घर में गुर्जर की छोरी हंसा बतलावेगो,
अरे गूजरीन को प्यारो श्याम......