ले चल अपनी नगरिया राधा के सांवरिया......
सिर पर घोड़ा घोड़े पर गगरी,
छलकत जावे नगरिया राधा के सांवरिया…..
मधुबन में तू गाय चरावे,
और ओढ़े काली कमरिया राधा के सांवरिया......
वृंदावन में रास रचावे,
और संग में ब्रज की गुजरिया राधा के सांवरिया......
मधुर मधुर बांसुरिया बजावे,
और बाजे मेरी पायलिया राधा के सांवरिया......
रिमझिम रिमझिम मेवा बरसे,
और भीगे मेरी चुनरिया राधा के सांवरिया.....
जमुना तट पर मुरली बजावे,
सग में दाऊ भैया राधा के सांवरिया......
चंद्र सखी भज बालकृष्ण छवि,
ले लऊ तेरी बलैया राधा के सांवरिया.....