तेरे रहते ये झोली क्यों खाली है माँ,
तू तो ममता लुटाने वाली हैं माँ……….
तेरे भंडार में ना कमी कोई है,
मेरे किस्मत ना जाने कहाँ सोई है,
तेरी हर बात जग से निराली है माँ,
तू तो ममता लुटाने वाली हैं माँ……….
बड़ी मुशिकल से पाया तेरा द्वार है,
यु तो कहने को अपना ये संसार है,
तेरी चौखट खड़ा एक सवाली है माँ,
तू तो ममता लुटाने वाली हैं माँ……….
मेरी झोली भरेगी इसी द्वार पे,
बड़ा विश्वास है माँ तेरे प्यार पे,
मेरी बगिया की तू ही तो माली है माँ,
तू तो ममता लुटाने वाली हैं माँ……….