बाबा साईं साईं बाबा साईं राम,
यही वो मंत्र है यही वो तंत्र है,
यही वो यंत्र है यही वो जंतर है,
बिगड़े बनाये सब के काम,
बाबा साईं साईं बाबा साईं राम....
जीवन के तो राहे में जा हो गम के साये में,
निर्धन का अबिशाप बने रोग कोई संताप बने,
यही वो नक्श है यही अक्स है,
जिसमे समाया है सारा आराम,
बाबा साईं साईं बाबा साईं राम.....
दो दिन की जिंदगानी है ये दुनिया तो पानी है,
क्या तेरे और मेरी है सबकी यही कहानी है,
यही वो ध्यान है यही वो गान है,
देता मनोहर है पैगाम,
बाबा साईं साईं बाबा साईं राम