उमरिया बीत गई सारी ना लियो राम को नाम,
जवानी बीत गई सारी ना लियो राम को नाम....
जब बंदे तेरा जन्म हुआ था,
सारा कुनबा खुश हुआ था,
किलकारी अंगना में गूंजी देख बजन लगी ताली,
ना लिया राम का नाम, उमरिया बीत गई सारी.....
जब बंदे तोहै आई रे जवानी,
तू तो करता रे मनमानी,
धन दौलत तूने बहुत कमाई,
और दान नहीं कर जानी रे,
ना लिया राम का नाम, उमरिया बीत गई सारी.....
जब बंदे तोहै आयो रे बुढ़ापा,
नाती बेटा साथ ना देता,
खोखा खोखा करे रे डोकरा,
दे रहे हो रे गोरी रे,
ना लिया राम का नाम, उमरिया बीत गई सारी.....
कहत कबीर सुनो भाई साधु,
राम का नाम भूल नहीं जाना,
मुट्ठी बांध के आया रे जग में,
हाथ पसारे जाना रे,
ना लिया राम का नाम, उमरिया बीत गई सारी.....