सुनो सुनो सुनावे नंदलाल गोपाल ,
किस बल पे उठाया मैने गोवर्धन -3
मैने ब्रज का माखन खाया है ,-2
ब्रज प्रेम ने रंग दिखाया है -2
मेरे साथ हैं-2 गोपी ग्वाल ,इस बल पे उठाया मैने गोवर्धन।
जी जान से की गऊ सेवा है -2
उसी सेवा का ही ये मेवा है -2
माँ यशोदा का-2 मैं हूं लाल ,इस बल पे उठाया मैने गोवर्धन।
ब्रज रज यमुना ब्रज बाँसुरिया -2
राधा का संग पाकर साँवरिया -2
मैं तो हो गया -2 मालामाल ,इस बल पे उठाया मेने गोवर्धन।
ब्रज की जो ‘‘मधुप’’ पराभक्ति है -2 ,
वही राधा मेरी पराशक्ति है -2
उसी शक्ति का -2 है यह कमाल ,इस बल पे उठाया मेने गोवर्धन।
सुनो सुनो सुनावे नंदलाल गोपाल ,
किस बल पे उठाया मेने गोवर्धन -3 ।
बोलो गिरिराज महाराज की जय।