अर्ज़ी करो मंज़ूर ये साईं
दास पुकारे तेरा
साईं तेरी शिरडी में
छूटा सा घर हो मेरा
सुबह सवेरे उठ कर बाबा
तेरे मंदिर आऊँगा
मुख दर्शन के पास बैठकर
आरती तेरी गाऊँगा
दिन शुरू होने से पहले
साईं दर्श हो तेरा
द्वारकामाई में बैठ के साईं
तेरा नाम जपूँगा मैं
तेरी चावड़ी के भी दर्शन
हर एक दिन करूँगा मैं
तेरे सैंग बिताना चाहु
सारा जीवन मेरा
दिल मेरा ये साईं बाबा
इन गलियों में खो जाए
जब भी खिड़की खोलू साईं
दर्शन तेरा होजाए
विनती कर कर हार गया हू
पार लगा दो बेड़ा