हे माँ स्वेत वस्त्र धारणी वीणा मधुर बजाबी
हम दुःख मे कानी भवानी सुनियौ हमर कहानी
अहाॅ जग में ज्ञान दैय छी अज्ञानता हरैय छी
अही के जगत ई पुरा नित वंदना करैय छी
हम हाथ जोङने माता नित प्रर्थना करैय छी
हम दुःख...
केहन कठोर भेलौ नैय ज्ञान कनियो देलौ
लोभी भरल ई दुनिया संसार मे माँ भेजलौ
कष्ट से उवारू मैया हमहु बेकल परल छी
हम दुःख....
गुण वान छै ई दुनिया अज्ञान माँ बनेलौ
मुकेश पर अहाॅ मैया नै ज्ञान कनियो देलौ
खोलू नयन हे मैया हम याचना करैय छी
हम दुःख....
MUKESH PANDIT