राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे।
प्रेम रूप रस राधे राधे राधे।
राधे राधे प्रेम अगाधे राधे राधे।
भूलूँ न तोहिं पल आधे राधे राधे।
तुम भी न भूलो मोहिं राधे राधे राधे।
प्रेम सुधा दे राधे राधे राधे।
छोड़ें नहिं पाछा अब राधे राधे राधे।
तू ही रति गति मति राधे राधे राधे।
अगति की गति तू ही राधे राधे राधे।
पतितपावनी राधे राधे राधे।
छवि को भी छवि दे राधे राधे राधे।
कृपाकारिणी राधे राधे राधे।
अधम उधारिनि राधे राधे राधे।
पुस्तक : युगल माधुरी
कीर्तन संख्या : 32
पृष्ठ संख्या : 114
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