मेरे पाप तू मिटा दे

मेरे पाप तू मिटा दे  जग को चलाने वाले 2
मेरे सांसों की ये डोरी  प्रभू ष्याम के हवाले
मेरे‌पाप तू मिटा दे

तेरे सिवा न कोई  मेरा जग में आसरा है 2
मुझको तलाश तेरी  अंखियों में सांवरा है
मिलने की आरजू‌ है 2मुरली बजाने वाले
मेरे पाप तू मिटा दे
                                 
दुनिया है मेरी मीरा  भंवर में फंसती है नैया 2
आ जाओ बन के भांजीं  कर दो पार मेरी नैया
हर सवांस मे बसे हो  दिल में समाने वाले
मेरे‌पाप तू मिटा दे
                                     
जन्नत में भेज चाहे  दो‌ जखमे भेज दें तू 2
हम भी तेरे दीवाने आ कर के देख ले तू
हमको नहीं है प्रवाह 2 गयूऐ चलाने वाले
मेरे पाप तू मिटा दे
                                     
हर शह में वास तेरा  कहता है ये जमाना  2
अब मेरी बारी पे तुम  करते हो‌ कंयू बहाना
मानूंगा मैं तो जब भी  2 मुझे चरनो से लगा ले
मेरे पाप तू मिटा दे जग को चलाने वाले
मेरे सांसों की ये डोरी प्रभू ष्याम के हवाले
मेरे पाप तू मिटा दे  जग को चलाने वाले
श्री कृंशन गोबिंद हरे मूरारी  से नाथ नारायण वासुदेवा 5
हे नाथ नारायण वासूदेव आ हे नाथ नारायण वासुदेवा


लेखक गायक  रसिक पागल मामा
9991515880  पानीपत



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