श्याम सखियां तो डरदा मारा

श्याम, सखियां तो, डरदा मारा ॥
कि मुरली, लकोई रखदा...जय हो,
कि मुरली, लकोई रखदा, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

जद, कालिया, नाग ने नथेया ॥
कि यमुना ते, गेंद रुढ़ गई...जय हो,
कि यमुना ते, गेंद रुढ़ गई, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

तैनू श्याम किसे ने ना कैहना ॥
कि गोरा रंग, श्याम हो गया...जय हो,
कि गोरा रंग, श्याम हो गया, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

मेरा, श्याम, बड़ा टुट भैड़ा ॥
कि नचदी दे, दंद गिणदा...जय हो,
कि नचदी दे, दंद गिणदा, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

मेरी, श्याम ने, पकड़ी कलाई ॥
कि दरद, मेरी, नस नस में...जय हो,
कि दरद, मेरी, नस नस में, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

पन, घट पे, भरन गई नीर ॥
कि तोड़, दीनी, मेरी मटकी...जय हो,
कि तोड़, दीनी, मेरी मटकी, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

मेरा, किथे गया, बंसरी वाला ॥
कि सखियां तो, राधा पुछ्दी...जय हो,
कि सखियां तो, राधा पुछ्दी, श्याम मेरा ।
श्याम, सखियां तो, डरदा...

बोल बांके बिहारी लाल की... जय

अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल

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