किवे मुखड़े तो नजरा हटावा अजे दिल एहे रजिया नही,
दिल कहे साईंया तेनु तकी जावा अजे दिल एहे रजिया नही
दिसदा रब सच्चा जदों तेनु वेखिये,
दिल ठण्ड पेंदी दाता जदों मथा तेकिये,
पल पल तेरा शुकर मनावा,
अजे दिल एहे रजिया नही..................
वखरा रूप तेरा वख तेरी शान वे,
दिल साडा सदके वे जींद कुर्बान वे,
वे मैं वारी वारी बलहारी जावा ,
अजे दिल एहे रजिया नही..................
छड के भरोसे इसे उम्मीद लई,
दुनिया तो मुख मोड़ा एक तेरी दीद लई,
किवे जन्मा दी प्यास भुजावा,
अजे दिल एहे रजिया नही..................
अखियाँ एहे तक तक ढुल ढुल पेंदियाँ,
वक़्त एहे रुक जावे साहिल एहे कहन्दियाँ,
खुद वेखा नाल सब नु वेखावा,
अजे दिल एहे रजिया नही..................