तरज़-थोड़ा सा प्यार हुआ है
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,कहाँ हो मुरली वाले
या तो अब सामने आ,या हमें भी छुपाले
तुझे हम ढूंढ रहे है....
दर्द से अपना रिश्ता,पुराना हो गया है
तेरी चाहत में ये दिल ये,दीवाना हो गया है
सुन जरा धड़कनों को,हम है तेरे हवाले
या तो अब सामने आ,या हमें भी छुपाले
तुझे हम ढूंढ रहे हैं....
सफर में जिंदगी के,कुछ ऐसे मोड़आये
जिन्हें समझा था अपना,वही निकले पराये
इक तेरा है सहारा,गले से मुझे लगाले
या तो अब सामने आ, या हमें भी छुपाले
तुझे हम ढूंढ रहे हैं....
डोर साँसों की टूटे,जमाना चाहे रूठे
यही बस आरजू है,तेरा दामन ना छुटे
तड़पते है तेरे बिन,पास अपने बुलाले
या तो अब सामने आ,या हमें भी छुपाले
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,कहाँ हो मुरली वाले
या तो अब सामने आ,या हमें भी छुपाले
तुझे हम ढूंढ रहे है....
बाबा धसका पागल पानीपत
संपर्कंसुत्र-7206526000