जीत जाये गए हम डर की क्या बात है,
हर कदम संवारा जब मेरे साथ है,
जीत जाये गए हम,
जीवन की बाजी का बाजीगर मेरा संवारा,
हारने देगा ना मुझको दिल में ये विश्वास भरा,
इनके रहते चिंता मैं करू मुंकिन ही नहीं,
ये बोले दिन तो दिन ये बोले रात है,
हर कदम संवारा जब मेरे साथ है
दिल की वसीयत लिख दी है मैंने इनके नामा पर,
एक भरोसा मुझ को है केवल मेरे श्याम पर,
इस्पे कब्ज़ा करले सँवारे फर्याद मेरी,
छीन ले ना कोई ऐसे हालत है,
हर कदम संवारा जब मेरे साथ है,
सेवादारी करते करते इतना भरोसा हो ही गया मैं तेरा,
तू और तू मेरा जन्मो का रिश्ता हो ही गया,
टूटेगा न बंधन प्यार का मेरे श्याम से,
धुप में शाव में सिर पे दो हाथ है,
हर कदम संवारा जब मेरे साथ है
तेरे रहते और किसी को मैंने कभी पुकारा नहीं,
भूल से भूलू तुझको श्याम को ये गवारा नहीं,
मेरी रूह में समाया तू ही तू अब मैं क्या करू,
तू भी जनता है ये सच्चे जज्बात है,
हर कदम संवारा जब मेरे साथ है