घट घट में राम समाना,
कण कण मेँ राम समाना |टेर||
धरणी से लेकर असमाना,
नदी निर्झर पर्वत पाषाणा ||1||
झोपडपटी महल मकाना,
मंदिर मस्जिद देवस्थाना ||2||
सब जाति मज़हब घराना,
मुढ ढोर ज्ञानी गुणवाना ||3||
खग विहग पशु परवाना,
सभी कब्र घाट श्मशाना ||4||
शास्त्र वेद कुराण बखाना,
कोई कोई संत पहचाना ||5||
कहे रमेश वो जाने भगवाना,
जिन भीतर आतम ज्ञाना ||6||