झोली भरता यहाँ आके संसार है,
ये साई धाम है साई धाम है,
पूरी करता मुरादे जो हर बार है ये साई धाम है हा साई धाम है,
सच है साई रेहमत की तस्वीर है,
हर दम दयालु रहे साई वो पीर है,
चौकठ पे आके जो सिर को झुकाये पल भर में उसकी बदले ये तकदीर है,
यहाँ बिगड़ा हुआ बनता हर काम है,
ये साई धाम है ये साई धाम है,
बाबा से मैंने जो आस लगाई,
सजदा काबुल किया बात है बनाई,
जितना था मंगा मैंने जयदा ही पाया साई ने आके मेरी लाज बचाई,
अब तो जीवन मेरा साई के नाम है,
ये साई धाम है हा ये साई धाम है,
नादा है अश्क जो भी बहाये,
बाबा ने रेहमत के है ढेर लगाए,
दमन भी छोटे पड़े साई के द्वार पे साहिल को देखो वो भी पहला न समाये,
मेले लगते या सुबह और शाम है
ये साई धाम है ये साई धाम है,