नमन साईं नाथ हे भव भेह दुःख हारी,
नमन शिर्डी स्वामी हे जग त्रिपुरारी,
तिहारी तिहारी शरण है तिहारी
नमन साईं नाथ हे भव भेह दुःख हारी,
तिहारे भरोसे ही हम तो है बाबा
तू ही हम को काशी तू ही हम को काबा
जिए जा रहे है दया पे तुम्हारी
तुम्ही राम राघव तुम ही हो मुरारी
तिहारी तिहारी शरण है तिहारी
नमन साईं नाथ हे भव भेह दुःख हारी,
दया की नजर कर हे करुना के सागर
रेहम हम पे भी कर हे स्वामी दया कर
संतो के तुम संत झोली न खाली
करे ध्यान चरणों का श्रृष्टि ये सारी,
तिहारी तिहारी शरण है तिहारी
अर्ज हो अमर हो तुम अंतरयामी
हो मालिक जगत साईं शिर्डी स्वामी
किरपालु दयालू परम उपकारी
करते हो पल पल परवाह हमारी
तिहारी तिहारी शरण है तिहारी
नमन साईं नाथ हे भव भेह दुःख हारी,