किसी की हो गये बल्ले बल्ले किसी की चाँदी चाँदी है,
सांवरिये ने मेरी भी सोई तकदीर जगा दी है,
मुझको अभिमान के बाबा मेरा बन गया बँधु सखा,
जिहदर अब तो देखा मैंने मुझको श्याम ही श्याम दिखा,
दया की दौलत श्याम धनि ने खुल कर मुझे लुटा दी है,
सांवरिये ने मेरी सोई तकदीर जगा दी है...
श्याम श्याम की गूंज सुनाई देती मुझको कानो में,
मेरी जीवन नैया अब तो बढ़ती जाए तूफानों में,
बाबा ही पतवार नाव का बाबा ही तो मांझी है,
सांवरिये ने मेरी सोई तकदीर जगा दी है
जबसे श्याम शरण में आया जाचे नहीं दुनिया दारी,
हार नहीं होगी अब मेरी नहीं है कोई लाचारी,
मंजिल मेरे कदमो में है ऐसी राह दिखा दी है,
सांवरिये ने मेरी सोई तकदीर जगा दी है
चोखानी जो श्याम का प्रेमी किसी बात से नहीं डरे,
इसी लिए परिवार मेरा तो श्याम श्याम गन गान करे,
करुणा करने करुणा करके ऐसी लगन लगा दी है
सांवरिये ने मेरी सोई तकदीर जगा दी है