कुञ्ज की हर गली मुस्कुराने लगी ,
राधिका श्याम के गीत गाने लगी,
कुञ्ज की हर गली मुस्कुराने लगी ,
श्याम के आगमन का समय आ गया,
हर तरफ जैसे मधु मॉस सा शाह गया,
देख कर राधिका के रति रूप को,
पुष्प उपवन का हर एक शरमा गेया,
साथ राधा का कोयल निभाने लगी,
राधिका श्याम के गीत गाने लगी,
कुञ्ज की हर गली मुस्कुराने लगी ,
मोर संकेत सा दे रहे नाच कर,
श्याम के आने का प्रेम बरसाने का,
हर तरफ लाल पीले है कुसम है खिले,
क्या है मतलब भला इनके खिल जाने का,
पवन भी प्रिय का सन्देश लाने लगी,
राधिका श्याम के गीत गाने लगी,
कुञ्ज की हर गली मुस्कुराने लगी ,
क्या दशा होगी जब सामने आएंगे,
श्याम बन में घंटन मन में छा जायेगे,
इस हिरदये की विरहे अग्नि को देख कर प्रेम ही प्रेम मुझपे बरसाए गे,
लाज की लाली मुख पे शाने लगी,
राधिका श्याम के गीत गाने लगी,
कुञ्ज की हर गली मुस्कुराने लगी ,