एक है जग का बाजीगर,ये राज़ सभी ने जाना है ॥
किस देश का रहने वाला है,कोई वेश नही पहचाना है॥
वो रास रंग को क्या जाने,वो खुद ही रास रचाता है ॥
अपने ही प्यारो के पथ पर,दुनिया को नाच नचाता है ॥
उसका कोई दीवाना नही अपने आपका वो दीवाना है ॥
किस देश का.....
कोई एक है.....
अल्लाह है यही मौला है यही भगवान यही कहलाता है ॥
किसी एक का ये मालिक नही,हर किसी से इसका नाता है ॥
ये मंदिर मस्जिद गिरजाघर ये तो बस बहाना है ॥
किस देश का.....
कोई एक है..
ये ही तो गम देता सबको,ये ही खुशियां भी देता है ॥
ये ही तो धन और दौलत दे,और ये ही छीन भी लेता है ॥
वो लुटता है हम लूटते है,उसको किसी ने ना पकड़ा है ॥
किस देश का......
कोई एक है....
ये ही है दिल में बसा हुआ,और ये ही दिल में छिपा हुआ है ॥
इनका तो बस कुछ भी हाथ नही, जब डोर है इसके हाथो में ॥
इंसान का काम नाचना है,औऱ इसका काम नचाना ॥
किस देश का...........
कोई एक है...........