बाबा थारी चौकठ पर सारी दुनिया ने आनो है,
कलयुग में प्राणी को बस यु ही ठिकानो है,
बाबा थारी चौकठ पर सारी दुनिया ने आनो है,
आज नहीं आया जो मने काल पड़े गो आनो,
जितनी भी देर कर सी बाने परसी गा पश्तानो,
लाख दातारि के आगे मस्तक झुकानो है,
बाबा थारी चौकठ पर सारी दुनिया ने आनो है,
जो भी एक बार आयो वो तो आप को ही हो बैठो,
बन के दीवानो वो सारी दुनिया ने भूल बैठो,
साँचले तो आंच नहीं यो परख सी ज़मानो है
बाबा थारी चौकठ पर सारी दुनिया ने आनो है,
श्याम का भगत देखो कैसी मस्ती में झूम रहा,
रवि कहे छोड़ किसे फ़िक्र परमाना सा घूम रहा,
थारी ही तो माया है इब थाने क्या बतानो है,
बाबा थारी चौकठ पर सारी दुनिया ने आनो है,