भगतो की आई है बारात मचाने धूम खाटू में
कार्तिक महिना ग्यारस का शुभ दिन श्याम धानी का आया जन्म दिन
भगतो की आई है बारात मचाने धूम खाटू में
कोई श्याम ध्वजा ले आया कोई पेट पलनिया
कोई बन के जोगी नाचे कोई है जोगनिया
मस्ती छाई सब को निराली आज मना लो होली दीवाली
भगतो की आई है बारात मचाने धूम खाटू में
कोई घुमर ढाल रहा है
कोई भंगड़ा नाचे
चंग सुरीले बाजे संग में ढोल नगाड़ा बाजे
आया है दर पे सारा जमाना कोई दीवानी कोई दीवाना
भगतो की आई है बारात मचाने धूम खाटू में
श्याम सलोने तेरी सूरत में ऐसा जादू है
लाखो बार देखा फिर भी मन ये बेकाबू है
श्याम की नजरे तुझसे न हट ती प्यारो से प्यारी मूरत लगती
भगतो की आई है बारात मचाने धूम खाटू में