गंगा जी के घाट पे आज बम बम हो रही से,
शिव भोले के हाथ में हम सब की डोरी से,
गंगा जी के घाट पे .......
झूला कावड़ उठा वे रे कोई करे डाग की तयारी,
खड़ी कावड़ का प्रण करे कोई भीड़ भड़का भरी,
लूट सब आनंद दया भोले की हो रही,
गंगा जी के घाट पे...
फुला की माला से कावड़ खूब सजा कर रे,
बम बम कर के उठा ली कावड़ शिव का ध्या के,
भोले बाबा लाज रखिये पिंकी मारे से,
गंगा जी के घाट पे...
पग में वाने पहर के झच रहे भगत भोले के सारे,
राजू मलख पुरिये की बाबा नइयां तेरे सहारे,
हट गज कर के मैं कुंडे रा गाने की हो रही से,
गंगा जी के घाट पे