टुटा है दिल समबाल सांवरे,
ये रो रो के रहा है पुकार सांवरे,
टुटा है दिल समबाल सांवरे
जग वालो को अपना समजा व्यर्थ ही समय गवाया,
जब जब मुझको पड़ी जरूरत कोई भी नहीं आया,
तू ही आके पकड़ ले मेरी बांह सांवरे
टुटा है दिल समबाल सांवरे
माना के प्रभु मुझे बड़ा न कोई अदमी दूजा,
दुनिया कहती हारा नहीं वो जिसने तुमको पूजा,
आरे रखले तू उनकी ही बात सांवरे,
टुटा है दिल समबाल सांवरे
भटक भटक के अब पहुंचा हु बाबा द्वार पे तेरे,
मुझको बस विश्वाश दिला दो तुम हो गए हो मेरे,
फिर किसी की न होगी दरकार सांवरे,
टुटा है दिल समबाल सांवरे