हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गये शेरावाली के,
तेरे चलते शान और शौख़त है मेरा सब कुछ तेरी बदौलत है,
हम शीश जुका कर कहते है हम हो गये शेरावाली के,
हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गये शेरावाली के,
किस्मत से मुझे दरबार मिला जो भलु न वो प्यार मिला,
बहते हुए आंसू कहते है हम हो गये शेरावाली के,
हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गये शेरावाली के,
जब तक मेरी ये सांसे चले तेरा श्याम रहे छइयां के तले,
हम बड़ी शान से कहते है हम हो गये शेरावाली के,
हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गये शेरावाली के,