इतनी सी अर्जी मेरी सुन लो मेरे मुरारी,
तेरे चरणों में ही गुजरे मेरी उमरिया सारी,
इतनी सी अर्जी मेरी सुन लो मेरे मुरारी,
तुम साथ बाबा मेरे फिर कैसा मुझको डर है,
हर हाल काम्पे दोनों बाबा तुम्हरा डर है,
यु ही साथ चलते रहना मेरे सँवारे बिहारी,
तेरे चरणों में ही गुजरे मेरी उमरिया सारी,
इतनी सी अर्जी मेरी सुन लो मेरे मुरारी,
तेरी सेवा में रहुगा सुख चैन से जियु गा,
अगर दूर जो किया तो फिर मैं न जियुगा,
मेरी ज़िंदगी के मालिक रहे किरपा बस तुम्हारी,
तेरे चरणों में ही गुजरे मेरी उमरिया सारी,
इतनी सी अर्जी मेरी सुन लो मेरे मुरारी,
रूभी रिधमा को इतना दिया खुशियों का खजाना,
ना याद आता हम को वो मतलब वो ज़माना,
तेरी भजनो बिन अधूरी है ज़िंदगी हमारी,
तेरे चरणों में ही गुजरे मेरी उमरिया सारी,
इतनी सी अर्जी मेरी सुन लो मेरे मुरारी,