तेरे प्रेम का खज़ाना,जब से मिला है बाबा,
वीरान ज़िन्दगी का गुलशन खिला है बाबा,
तूने हाथ जबसे पकड़ा कोई गम न ज़िन्दगी में,
दुनिया से अब तो कोई शिकवा गिला न बाबा,
तेरे प्रेम का खज़ाना .....
तेरे दर पे सिर झुकाया तो सकून दिल को आया,
तूफ़ान मुश्किलों का हर पल तला है बाबा,
तेरे प्रेम का खज़ाना ........
मुझे तू ही मिल गया तो अब और क्या मैं मांगू,
तेरे प्रेम जीकर मैं दीपक जला है बाबा,
तेरे प्रेम का खज़ाना ........
चोखानी कहता बन जा दिलदार यार मेरा,
जिसका तू यार उसका होता है भला बाबा,
तेरे प्रेम का खज़ाना