लाखो दानी देखि लेकिन तेरी अलग कहानी,
भोले दानी जय हो भोले दानी,
बाबा भोले दानी...
तुमने कोई नहीं की शंका,
ओ हस्के रावण को दे डाली लंका,
चुरा ले गया सपने रावण बैठी रही भवानी,
बाबा भोले दानी.....
तेरा पार ना कोई पाया,
तूने अध्भुत रूप बनाया,
है भुजंग भूशण आभूषण,
सिर गंगा महारानी,बाबा भोले दानी...
जिनको त्रिभुवन ने ठुकराया,
उनको तुम ने है अपनाया,
अपनालो हम को भी बेधड़क है लखा अज्ञानी ,
बाबा भोले दानी