ऐ वतन मेरे वतन,
ऐ वतन आबाद रहे तू,
ऐ वतन वतन मेरे आबाद रहे तू,
मैं यहाँ रहु जहां में याद रहे तू,
ऐ वतन मेरे वतन,
तू ही मेरी मंजिल है पहचान तुजी से,
पौंचू मैं याहा भी मेरी बुन्याद रहे तू,
ऐ वतन मेरे वतन....
तुझपे कोई गम आंच आने नहीं दू,
कुर्बान मेरी जान तुझपे शान रहे तू,
ऐ वतन मेरे वतन,