इक हाथ में मोती है एक हाथ मेरा खाली है,
ये बंदा तेरा सवाली है,
साई राम साई राम साई राम साई राम,
हम तो है पत झग के पते धुप लगे तो सूखे गे,
तूने की जो दया की वरषा इक दिन हम भी महके गे,
हम तो है मासूम कलि और तू ही हमारा माली है,
ये बंदा तेरा सवाली है,
साई राम साई राम साई राम साई राम,
मैं तेरी चौकठ पे आउ मुझको तू वरदान दे,
तेरी सेवा करता रहु मैं मुझको ऐसी शान दे,
इक हाथ में फूल की माला एक हाथ में झाली है,
ये बंदा तेरा सवाली है,
साई राम साई राम साई राम साई राम,
जिसको चाहे साई बाबा वो ही दर पे आता है,
जिसकी सेवा लेना चाहे जगराता करवाता है,
साई नाथ के आने से हुई रात बड़ी मत वाली है,
ये बंदा तेरा सवाली है,
साई राम साई राम साई राम साई राम,