तेरे नाम से बरकत है दिल में तेरे रेहमत है,
जिसने भी तुझे माना तुझ पे बलहरी है,
अरमात में है मेरे क्या पेश करू तुझको,
ये दिल भी तुम्हारा है ये जान भी तुम्हारी है,
नजरे झुक जाती है अरदास को उठते हाथ,
करे विनती जो दर पे तेरे बात जो बन जाती है,
है कारवा बड़ा तेरा हम खो ना जाए कही,
थामे रखना तू हाथ राहा टेडी मेडी है,