मेरे साई का चोला मन को भाये,
सादा सलोना दिल को लुभाये,
गंगा की लेहरो जैसा ये पवन लागे,
बर्फीले पर्वत जैसा ये शीतल लागे,
है सब से निराला शोभा बिखराये,
सादा सलोना दिल को लुभाये,
है चमक अनोखी प्यारी जैसे सूरज चमके,
चंदा सा करे उजाला ये चांदनी बन के,
साई चोला सफ़ेद पहन के जग रंगीन बनाये,
सादा सलोना दिल को लुभाये,
साई बाबा का मेरे है कफनी चोला,
क्या भेद है इसका जाने मेरा साई मौला,
साई पहने सुदी रेशम न भाये,
सादा सलोना दिल को लुभाये,