अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,
चरणों से दुरी नहीं अब गवारा दिल ने पुकारा,
जीवन की कश्ती है तेरे हवाले तू ही संभाले,
उस पार हो गी मिलेगा किनारा,दिल ने पुकारा
अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,
अगर तुम जो चाहो ये तस्वीर बदले ये तकदीर बदले,.
कितनो का तुम ने मुकदर सवारा दिल ने पुकारा,
अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,
तुम से छुपा क्या है सब जानती हो पहचानती हो,
भला या बुरा हु हु मैं तुम्हारा दिल ने पुकारा,
अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,
केवल तुम्हारी शरण मांग ता हु चरण मांगता हु,
मंजिल है मेरी तुम्हारा ही द्वारा,
अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,
निरशा में आशा तुम्ही से है मेरी करो अब न देरी,
कब तक यु तड़पे दीपक वेचारा दिल ने पुकारा,
अम्बीके भवानी मुझे क्यों विसारा देदो सहारा,