मैया शारदा भवानी,
तो हर महिमा भखानी तो हर आरती उतरा तानी माँ,
करा विद्या का दान वाणी बिटवा समान तोहा रूपवा निहारी ताहि माँ,
तहारा दर के माटी चन्दन अपना लीलार सजबनि,
माई मान की तोहार ममता खातिर आस लगवनी,
बांटे जिनकी अन्हार कद माई उजयार,
वाणी मूरख पुकार ता नि माँ,
करा विद्या का दान वाणी बिटवा समान तोहा रूपवा निहारी ताहि माँ,
विनय बिहारी करे नित बंधन रखिये दया की नजारियाँ,
ज्ञान के अमृत बाता में यारियां बालका बना पुजारियां,
करे तोहरे से आस माहि धरती आकाश,
लोर चरनन में धरता नि माँ,
करा विद्या का दान वाणी बिटवा समान तोहा रूपवा निहारी ताहि माँ,