तू तो डूबा हुआ तर जायेगा
मुख से राम राम राम राम गायेगा
तू ना कर किसी की बुराई
कौन देगा एह झूठी गवाही
रब पुछेगा क्या बतलायेगा
मुख से........
पशु मरके भी सो काम आये
तेरा तन भी भसम हौ जाये
तेरा नामों निशान मिट जायेगा
मुख से.......
मेरी नैया भवर में डोले
फिर भी मुख से तू राम ना बोले
तू अन्त सम्हे पछतायेगा
मुख से........