साई राम साई राम साई राम जी,
साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का,
तू ही मालिक है बाबा तू ही मालिक है साई,
तू ही मालिक है सब के नसीबो का,
साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का,
राज देता है ताज देता है,
बादशाहत से लिवाज देता है,
तू ही हाफ़िज़ है बाबा तू ही हाफिज है अपने हबीबो का,
साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का,
राम भी तू है तू ही अल्ल्हा है,
तेरा क्या जलवा शान वलहा है,
तू ही आका है साई तू ही आका मसीहा खबीबो का,
साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का,
धर्म क्या रब का जात क्या रब की,
मेरे साई बाबा को है फ़िक्र सब की,
राज साई सहारा वो सहारा है अपने मुरीदो का,
साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का,