ओह्दी फोटो वाली माला गल पाके,
ओहदे नाम वाली जोत जगा के,
लोको मैं फ़कीर साई दा,
मैं हो गया फ़कीर साई दा,
इश्क़े दा ओहदे मैनु रंग चढ़ गया है,
सदा ले मैं साई जी दा पला फड् लिया है,
जाना होर दे न दर ओहदे जाके सदा रखना मैं दिल च वसा के,
लोको मैं फ़कीर साई दा,
मैं हो गया फ़कीर साई दा
रजा विच साई जी दे दुःख सुख सहना है,
रेहमता दी खैर हूँ मंगदे रहना है,
ओहदे दर उते अलख जगा के झोली रखनी मैं सदा फैला के.
लोको मैं फ़कीर साई दा,
मैं हो गया फ़कीर साई दा
रोम रोम विच ओह्दी प्रीत रच गई है,
अँखियाँ स सोहनी तस्वीर वस् गई है,
महिमा साई जी दी बेली तो लिखा के,
राके संस कहंदा महिमा गा गा के,
लोको मैं फ़कीर साई दा,
मैं हो गया फ़कीर साई दा